Saturday, January 9, 2010

यह ज़िंदगी

"यह ज़िंदगी आख़िरी कहानी है,

दर्द की किश्तियों मैं

डोलती ज़वानी है,

फूल होने का दर्द

सिर्फ़ वो ही जाने

ज़िनकी अपनी फुलवारी है"

-विवेक जी

No comments: