Saturday, October 20, 2007

राम मेरे राम

" कृष्ण अगर मनुष्य कि सभ्यता के , विचार , तर्क और दर्शन हैं तो फिर राम मेरे देखे , हमारी सभ्यता के वो स्वरूप हैं जो स्वयमेव जीवन के प्रतिबिम्ब हैं."

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